1. यूं ही नहीं मुस्कुराता मैं खुद को संवारते वक्त ✨
दिखता है मुझे तू हर बार आईने में✨💭💯
2. 👍👍यूं ना छोटी छोटी बातों पे शिकवा किया कीजिए
खुशियों से भरी ज़िन्दगी , जी भर कर जिया कीजिए
मुस्कुराहट भी दुआ है एक
लिया कीजिए दिया कीजिए ।।😀🌸
😊😊
3. मैं कैद सा पंछी हूँ
तू खुली हवा सी आजाद प्रिये
मैं जिम्मेदारियो का मारा हूँ
कैसे निभाऊ तेरा साथ प्रिये
4. मेरी बेचैनियाँ, अगर तुम्हारी समझ से परे है
तो ज़रा सोचो , हम किस मोड़ पर खड़े है !
5 . मुझसे कहती है सादा तेरे साथ रहूंगी,
बोहोत प्यार करती हैं मुझसे उदासी मेरी.....
6. हम सफ़र के वो मुसाफिर है,,
जिनका न सफर पूरा हुआ न मंजिल मिली...!!🥺
7. कुछ इस कदर बदला है ये वक्त मेरा की
न इश्क रहा किसी से न नाराजगी रही...
8. सब ठीक था जाने फिर क्या बात हो गई
हवा का झोका आया बिन मौसम बरसात
हो गई
जिंदगी यूं बदली मेरे पलक झपकते ही
खुशी में दिन गुजरा और गम भरी रात हो
गई...
9. रुक गया है यह सफर
न जाने क्यों तुम पर,
वरना पहले भी हुई है
मुलाकात कई लोगों से।।
10. जब रात को आपकी याद आती है,
सितारों में आपकी तस्वीर नज़र आती है,
😊
खोजती है निग़ाहें उस चेहरे को,
याद में जिसकी सुबह हो जाती है!
11. कुछ कह गए , कुछ सह गए
कुछ कहते कहते रह गए ,
मैं सही तू गलत के खेल में
ना जाने कितने रिश्ते ख़त्म हो गए।।
12. काफी पुराने जमाने का दिल है मेरा,
इसे जिस्मों वाली मोहब्बत समझ नहीं आती....
13. .❤️
जब जिंदगी तुम्हें दोबारा मौका दे, तो पुरानी गलतियों को दोहराए नहीं ।
14. क्या निगाह है तेरी पगली,
हमारे बैग से कोई पेंसिल नहीं चुरा पाया,
और तूने सीने से दिल चुरा लिया..🤗
15. 🌹🌹मैं सफर वहीं
जिसकी मंजिल हो तुम,,,,,,,,,
मैं इंतहा वहीं
जिसकी बेइंतहा हो तुम,,,,,,,,,🌹🌹
16. उसने मेरी हथेली पे अपनी नाज़ुक सी ऊँगली से लिखा मुझे प्यार है तुमसे
न जाने कैसी स्याही थी की वो लफ्ज़
मिटे भी नहीं और आज तक दिखे भी नहीं
17. तुम मेरी क़िस्मत में हो ये तो पता नहीं
मगर मैं क्या करूँ
मुझे आदत है
सिलेबस से बाहर की
क़िताबें पढ़ने की...!!!!❤️❤️